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लाल किला

      "लाल किला (Red Fort)"






लाल किला दिल्ली में स्थित एक ऐतिहासिक किला है , जिसका निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने 19 वीं शताब्दी में करवाया था। यह किला मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है और इसे 2007 में यूनेस्को विश्व धरोहर के रूप मे मान्यता प्राप्त हुई। 15 अगस्त 1947 को भारत की स्वतंत्रता के बाद , प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इसी किले के लाहौरी गेट के ऊपर भारतीय ध्वज फहराया था, और तब से हर साल स्वंतत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री इसी किले से राष्ट्र को संबोधित करते हैं।

इतिहास

– लाल किले का निर्माण 1639 में शुरू हुआ और 1648 में पूरा हुआ।

– यह किला यमुना नदी के किनारे स्थित है और इसे मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी राजधानी शाहजहानाबाद के महल के रूप में बनवाया था।

–लाल किले का नाम इसकी लाल बलुआ पत्थर की दीवारों के कारण पड़ा।

– 1739 में, नादिरशाह के आक्रमण के दौरान किले को लूटा गया था और इसकी कई कलाकृतियां एवं गहने चोरी हो गए थे।

– 1857 के भारतीय विद्रोह के बाद, अंग्रेजों ने किले की कई संगमरमर की कलाकृतियों को ध्वस्त कर दिया था।

–  अंग्रेजों ने किले को एक गैरिसन के रूप में इस्तमाल किया और इसकी रक्षात्मक दीवारों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।

– 15 अगस्त,1947 को भारत की स्वतंत्रता के बाद, लाल किले का महत्व और भी बढ़ गया, जब जवाहरलाल नेहरु ने यहां झंडा फहराया।

– आज लाल किला भारत की स्वतंत्रता और संप्रभुता का प्रतीक है और प्रतिवर्ष 15 अगस्त को यहां स्वतंत्रता दिवस आयोजित किया जाता है।

वास्तुकला 

– यह किला भारतीय और इस्लामी वास्तुकला का मिश्रण हैं जिसमें फारसी, तैमूरी और हिन्दू शैलियों का प्रभाव देखा जा सकता हैं।

लाल किले की वास्तुकला की विशेषताएं 

दीवारें:
लाल किले की विशाल दीवारें 2.5 किलोमीटर लंबी है और 18 से 33 मीटर तक ऊंची है।

लाहौरी गेट:
किले का मुख्य प्रवेश द्वारा लाहौरी गेट है, जो अपनी खूबसूरती एवं भव्यता के लिए जाना जाता हैं।

दीवान–ए–आम:
यह आम लोगों के लिए दरबार होल था, जहां बादशाह लोगों से मिलता था।

दीवान–ए–खास:
यह खास लोगों के लिये दरबार होल था, जहां महत्वपूर्ण बैठके एवं समारोह होते थे।

रंग महल:
यह शाही महिलाओं के लिए महल था, जो अपनी खूबसूरती एवं भव्यता के लिए प्रसिद्ध था।

मोती मस्जिद:
यह खूबसूरत मस्जिद है, जो संगमरमर से बनी हैं।

संगमरमर का उपयोग:
महलों और कुछ संरचनाओं में संगमरमर का व्यापक उपयोग किया गया है, जो इसे बहुत शानदार बनाता है।

उद्यान:
किले में खूबसूरत उद्यान भी बनाए गए है, जो इसे और भी आकर्षक बनाते हैं।

लाल किले का महत्व

– लाल किला भारत की आन बान शान है, स्वतंत्रता दिवस समारोह एवं राष्ट्रीय महत्व का प्रतिक है।

– लाल किला विश्व धरोहर है (यूनेस्को द्वारा मान्य) 

– लाल किला ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पर्यटन का केन्द्र है।

लाल किले की अन्य महत्वपूर्ण बातें

– लाल किले को "किला–ए–मुबारक" के नाम से भी जाना जाता है।

– यह किला 250 एकड़ के क्षेत्र में विस्तृत है।

– 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में लाल किले ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

– आह भी, लाल किला भारत की स्वतंत्रता और संप्रभुता का प्रतीक है।

– लाल किले के पास में अन्य आकर्षण के स्थल जामा मस्जिद, चांदनी चौक है।

लाल किले से जुड़ी कुछ रोचक बाते

– मना लाल किला मूल रूप से सफेद रंग का था, इसे सफेद किला कहा जाता था, जिसे अंग्रेजों ने लाल रंग करवाया था।

– एक समय था जब यमुना नदी लाल किले के पीछे से बहती थी।

– एक समय था जब कोहिनूर हीरा लाल किले में शाहजहां के सिंहासन का हिस्सा था।


लाल किले  की यात्रा से जुड़ी जानकारी 

– लाल किले में प्रवेश करने के लिए भारतीय नागरिकों को 35 रुपए का टिकट खरीदना होता है।

– विदेशी पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क 500 रूपये है।

– लाल किले में एक "लाइट एंड साउंड शो" भी होता है, जिसके लिए अलग से टिकट खरीदना होता है।
वयस्कों के लिए 60 रूपये और बच्चों के लिए 20 रुपए।

– शनिवार एवं रविवार को "लाइट एंड साउंड शो" के टिकट की कीमत वयस्कों के लिए 80 रूपये और बच्चों के लिए 30 रूपये होती हैं।
  









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